वक्त के अनुसार इंसान बदलता क्यों हैं........?
बचपन में घर में, जवानी में बाहर और बुढ़ापे में फिर घर में
खुशिया ढुंढता क्यों हैं..........
खुशियों, ख्वाब और ख्वाहिशों में अक्सर फर्क करता क्यों हैं
अपनो और गैरों को साथ के तकाजे से तोलता क्यों हैं...
वक्त के अनुसार इंसान......... बदलता क्यों हैं ?